स्पर्श हो तुम ..... उस स्नेह का जो महसूस होता है किसी अपने के कंधे पर सिर रखने से स्पर्श हो तुम ..... उस स्नेह का जो महसूस होता है किसी अपने के कंधे पर...
न वो आये, न उनका खत, न किसी पैगाम का अंदेशा... न वो आये, न उनका खत, न किसी पैगाम का अंदेशा...
न कुछ हम कहें ,न कुछ तुम कहो ये लम्हों से लम्हों की बात है, न कुछ हम कहें ,न कुछ तुम कहो ये लम्हों से लम्हों की बात है,
आवाज़ आग भी तो हो सकती है आवाज़ आग भी तो हो सकती है
चांद भी फीका है उजालो भरी कोई रात नहीं गम भरी जिंदगी में खुशी वाली कोई बात नही। चांद भी फीका है उजालो भरी कोई रात नहीं गम भरी जिंदगी में खुशी वाली कोई बात नह...
रखी दुनिया मौत पर। क्या कुछ करने की बारी है। रखी दुनिया मौत पर। क्या कुछ करने की बारी है।